करुणा याचना
मृगनयन समान है राधे, आपकी ऑखे ,
चमकती मुस्कान ,
मन में जपत है सदा कृष्ण का नाम
ह्रदय ममता से सराभोर ,
हमें ले चले कृष्ण की ओर
मैं सोच पाऊं आपके बारेमे हरबार ,
निहारु आपकी करुणामयी छवि वारंवार
आपके सेवकोंके निरन्तर सेवा मैं लगु सरकार,
यही याचना मांगत है ये भिकारी इसबार
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